
रातभर हुए ईरानी ड्रोन और मिसाइल हमलों में कम से कम 8 इसराइली नागरिकों की जान गई, जबकि दर्जनों घायल हुए। इस घटना के बाद इसराइल के रक्षा मंत्री इसराइल कात्ज़ ने सख़्त लहजे में बयान जारी करते हुए कहा:
“तेहरान को इन जानों की क़ीमत चुकानी होगी।”
ख़ामेनेई पर सीधा निशाना: “डरपोक हत्यारा”
इसराइल कात्ज़ ने ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि आम नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाया गया ताकि इसराइली सेना (IDF) को जवाबी हमला करने से रोका जा सके। उन्होंने खामेनेई को:
“डरपोक हत्यारा और घमंडी तानाशाह” कहा।
ईरान का पलटवार: जासूसी के आरोप में मौत की सज़ा
इस तनाव के बीच, ईरान ने एक व्यक्ति इस्माइल फ़ेकरी को ‘इसराइल के लिए जासूसी’ करने के आरोप में मौत की सज़ा दे दी है।
ईरानी न्यायपालिका की एजेंसी ‘मिज़ान’ के अनुसार:
फ़ेकरी को दिसंबर 2023 में गिरफ़्तार किया गया।
उन पर मोसाद (इसराइली खुफिया एजेंसी) से संपर्क रखने और सहयोग का आरोप था।
अदालत की पूरी प्रक्रिया के बाद सज़ा पर अमल किया गया।
तनाव की स्थिति: क्या होगा अगला कदम?
इसराइली मंत्री के मुताबिक, जल्द ही जवाबी हमला होगा, जिससे यह साफ है कि स्थिति काफ़ी गंभीर हो चुकी है। ईरान और इसराइल के बीच टकराव अब “कूटनीति” से हटकर सैन्य जवाब की ओर बढ़ता दिख रहा है।
क्या यह युद्ध की शुरुआत है?
ईरान-इसराइल का यह टकराव सिर्फ क्षेत्रीय नहीं, बल्कि वैश्विक चिंता का विषय बनता जा रहा है। अगर हालात यूं ही बिगड़ते रहे, तो इससे पश्चिम एशिया का स्थायित्व खतरे में पड़ सकता है। अब सबकी नज़र इस बात पर है कि इसराइल कब और कैसे जवाब देता है।
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